डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन
अंकिता मिश्रा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ आर्ट्स में स्नातक और मास कम्युनिकेशन में डिप्लोमा किया है। इन्होंने वर्ष 2015 में लेखन क्षेत्र में कदम रखा और विभिन्न मुद्दों पर लिखना शुरू किया। धीरे-धीरे अंकिता का फोकस किशोरावस्था स्तर से गुजर रहे बच्चों की मनोस्थिति और उनकी शारीरिक समस्या पर होने लगा। इसके बाद आपने इसी विषय पर रिसर्च करके आर्टिकल लिखने का निर्णय लिया। अब तक अंकिता के इस विषय पर कई लेख प्रकाशित हो चुके हैं। इन्हें विभिन्न विषयों पर डॉक्यूमेंट्री लिखने का भी अनुभव है। अपने करियर की शुरुआत में ये कृषि चैनल से जुड़ी जहां पर इन्होंने खेती व किसानी से जुड़े जमीनी मुद्दों को समझा। लिखने और किताबें पढ़ने के अलावा इन्हें पेंटिग करना और स्केच बनाना भी पसंद है।
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बच्चों को लोरी सुनाने के क्या फ़ायदे हैं? हिंदी की 30 पारंपरिक और फ़िल्मी लोरियां चंदा मामा दूर के निंदिया आ जा री नींद भरे, पंख लिए, झूला झुला जाना गुड़िया रानी बिटिया रानी लल्ला लल्ला लोरी निंदिया आई अब तू सो जा नींद भरी रे गुलाल भरी आजा री निंदिया रानी आ जा चंदनिया […]
हिंदू धर्म में कुल 16 संस्कारों का वर्णन हैं, जिनमें से अन्नप्राशन एक अहम संस्कार है। 16 संस्कारों में इसे सातवां संस्कार माना गया है। इस संस्कार के साथ बच्चे को अन्न खिलाना शुरू किया जाता है। देशभर के अलग-अलग राज्यों में इस संस्कार को अलग-अलग नाम से बुलाया जाता है, जैसे केरल में चूरूनू […]
वैक्सीन चिकित्सा जगत की सबसे बड़ी खोज मानी जाती है। इसके विकसित होने से आज गंभीर और घातक बीमारियों का इलाज संभव हो पाया है। खासकर जन्म के बाद शिशुओं के लिए यह काफी जरूरी हो गया है। भारत की बात करें, तो यहां चलाया जा रहा यूनिवर्सल टीकाकरण कार्यक्रम (UIP) दुनिया में सबसे बड़ा […]
अक्सर छोटे बच्चों को खांसी-जुकाम जैसी समस्याओं से जूझते पाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि बच्चों में रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, जिस कारण उन्हें सर्दी जल्दी पकड़ लेती है और खांसी होने लगती है। इसके लिए कुछ लोग घरेलू उपचार अपनाते हैं, तो कुछ डॉक्टर से परामर्श कर बच्चों को दवा देते […]
नवजात शिशु के अच्छे स्वास्थ्य के लिए जितना जरूरी मां का दूध होता है, उतना ही जरूरी होता है उसकी नियमित रूप से मालिश करना। भारत में शिशु की मालिश की परंपरा सदियों से चली आ रही है। वहीं, अब डॉक्टर भी शिशु की मालिश करने के लिए कहते हैं। यह न सिर्फ शिशु के […]
शिशुओं को अक्सर निमोनिया हो जाता है। यह ऐसी बीमारी है, जो शिशुओं में काफी देखने को मिलती है। यूं तो यह बच्चों में होने वाली आम बीमारी है, लेकिन अगर इसका सही समय पर इलाज न किया जाए, तो यह खतरनाक साबित हो सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, 2015 में पांच साल […]
कई बार बच्चा दूध पीते ही उल्टी कर देता है। कई बार यह उल्टी नहीं होती, यह बस नवजात का दूध बाहर निकालना भर होता है। ऐसे में पहली बार मां बनी कई महिलाओं के लिए यह समझना मुश्किल हो जाता है कि बच्चे का इस प्रकार उल्टी करना सामान्य है या नहीं। बेशक, यह […]
सर्दी-जुकाम नाक, गले और साइनस से जुड़ा एक वायरल संक्रमण है, जो आपके शिशु के स्वास्थ्य को बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है। वहीं, बंद और बहती नाक जुकाम के मुख्य संकेत हैं। सर्दी-जुकाम के प्रति बच्चे अतिसंवेदनशील होते हैं, क्योंकि वो अक्सर अन्य लोगों के आसपास ज्यादा होते हैं। बच्चों को सर्दी का […]
बच्चों को हल्का-फुल्का बुखार होना स्वाभाविक है, क्योंकि बाल्यावस्था में बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है और वो आसानी से संक्रमण के चपेट में आ जाते हैं। वहीं, कई बार यह बुखार माता-पिता के लिए चिंता का विषय बन जाता है। बुखार का ज्यादा दिनों तक बना रहना घातक परिणाम दे सकता है। […]
बच्चे जल्द संक्रमण की चपेट में आ जाते हैं, जिसका सबसे बड़ा कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता का कमजोर होना है। सर्दी-जुकाम के साथ-साथ बच्चों में दस्त भी एक आम समस्या है। नवजात शिशुओं का मल पतला ही निकलता है, लेकिन दस्त के दौरान यह पानी की तरह निकले लगता है। बच्चों में अक्सर डायरिया की […]
भारतीय परंपरा में बच्चे के मुंडन का विशेष महत्व है। हिंदू धर्म में 16 संस्कार होते हैं, जिनमें मुंडन संस्कार आठवां है। इस संस्कार के दौरान बच्चे का मुंडन किया जाता है यानी उसके पैदा होने के बाद पहली बार सिर के बाल उतरवाए जाते हैं। मुंडन संस्कार को चूड़ाकर्म संस्कार भी कहा जाता है। […]
आपने अक्सर देखा होगा कि नवजात शिशु दिन में कई बार गैस पास करते हैं। अगर बच्चा दिनभर में 15-20 बार से ज्यादा गैस पास करे, तो इसमें हैरानी वाली कोई बात नहीं है। समय पर गैस पास करते रहना बच्चे के अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है, लेकिन कई बार यह समस्या ज्यादा बढ़ […]